आपकी नौकरी सिर्फ पैसे कमाने का जरिया नहीं, बल्कि आपकी पहचान है

 

शिद्दत से किया हर काम बढ़ाएगा जीवन में आगे 

जीवन में आप भले नौकरी कर रहे हों या व्यवसाय। अपने काम को केवल आजीविका का साधन मत समझिये। जब काम पर जाएं तो ऐसे समझिये कि मंदिर जा रहे हों। आपकी नौकरी या व्यवसाय सिर्फ पैसे कमाने का जरिया नहीं बल्कि आपकी पहचान है। अपने काम को जुनून बनाइए। आपकी कार्य-नैतिकता ऐसी हो जो मिसाल कायम करे। हमेशा अपने काम को बेहतर से बेहतरीन करने की ललक हो और साथ ही सभी को साथ लेकर आगे बढ़ने की नेतृत्व क्षमता भी। यही वो रास्ता है जहाँ आप स्वयं भी चमकेंगे और दूसरों के लिए भी प्रेरणा बनेंगे।

कई बार मैंने लोगों को बोलते सुना है कि जितना पैसा मिलता है उतना काम करना चाहिये लेकिन यह दुनिया की सबसे खतरनाक और पतन की ओर ले जाने वाली लाइन है। मैं अपने करियर में 15 साल के अनुभवों के आधार पर कह सकता हूं कि पैसा हमेशा सेकंडरी होना चाहिए। आप जो काम कर रहे हैं, जितना पैसा आपको मिल रहा है, उससे ज़्यादा वैल्यू कॉन्ट्रिब्यूट करने की कोशिश कीजिए। अगर आपकी तनख्वाह ₹50,000 है, तो ₹5 लाख का काम करके दिखाइए। मेरा भरोसा कीजिए, एक दिन आपकी तनख्वाह ₹5 लाख हो जाएगी। और जिस दिन वह ₹5 लाख हो जाए, उस दिन ₹25 लाख का काम कीजिए। जिस दिन से आप ऐसा करना शुरू कर देंगे, एक दिन ऐसा आएगा कि आप जितना काम करेंगे, उतना पैसा आना शुरू हो जाएगा। यह मेरे अनुभव का निचोड़ है: जितना मिल रहा है, उससे ज़्यादा कंट्रीब्यूट करने की कोशिश करो। आप जितना कंट्रीब्यूट करेंगे, एक दिन उस मुकाम पर पहुंच जाएंगे जिसकी आपने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। 

अनुभव: कभी व्यर्थ नहीं जाती मेहनत

कई बार ऐसा लगता है कि कड़ी मेहनत के बाद भी परिणाम नहीं मिलते या कोई हमारी मेहनत की कद्र नहीं करता। ऐसी स्थिति में हतोत्साहित मत होइए। यह मत सोचिए कि आपकी मेहनत व्यर्थ जा रही है, बल्कि आपको अनुभव मिल रहे हैं। आपके यही अनुभव आपको आगे कामयाब होने के रास्ते दिखा रहे हैं। मैं पूरे दावे से कह सकता हूं कि जब आप अपने काम को पूरा सम्मान देते हैं, अपनी मेहनत को पूरा सम्मान देते हैं, तो लोग भी उसे उतना ही सम्मान देते हैं।

आज मेरी जिंदगी में कामयाब होने के लिए मैं जितनी मेहनत कर सकता हूं, रोज़ करता हूं। उस मेहनत से मुझे कितनी कामयाबी मिलेगी, मैं नहीं जानता, लेकिन मैं यह ज़रूर जानता हूं कि मेरी जिंदगी के "डिक्शनरी" में यह शब्द नहीं आएगा कि "मैं अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हट गया।"

जुनून ही बनाता है चैंपियन

जो लोग नौकरी भी करते हैं और नौकरी की बुराई भी,धंधा करते हैं और धंधे की बुराई भी, ऐसे लोगों को कभी कामयाबी नहीं मिलती। सवाल इस बात का है ही नहीं कि आप किस फील्ड में काम कर रहे हैं। जो इंसान दिल से काम करना जानता है, जिसे अपना सौ प्रतिशत देने की आदत है, वह जहाँ जाएगा चैंपियन ही रहेगा। 

बॉस की उपस्थिति में तो हर एंप्लॉयी काम करता है, लेकिन बॉस के न रहने पर जो ईमानदारी से काम करे, आगे वही बढ़ता है। मुझसे कई बार लोग कहते हैं कि तुम अपने इस काम में ज़रूरत से ज़्यादा समय दे रहे हो, यह गलत है। वे अपने उदाहरण देकर भी बताते हैं कि हम तो अपनी कंपनी के लिए ऐसा नहीं करते लेकिन आज मैं आपको पूरे विश्वास से कह रहा हूं कि जो लोग अपने काम पर ज़रूरत से ज़्यादा ध्यान देते हैं, वे ही एक दिन ज़रूरत से ज़्यादा परिणाम भी हासिल करते हैं।

आप दुनिया में कोई भी काम करें। भले आप अपने कार्यालय के छोटे से कर्मचारी हों, लेकिन आपको काम करने और ज़िम्मेदारी से उसे निभाने का हुनर ऐसा होना चाहिए कि जिस दिन आप काम पर नहीं हों, आपकी कमी महसूस हो। अगर आप व्यवसाय करते हैं, तो आपकी सर्विस इतनी बेहतरीन होनी चाहिए कि व्यक्ति कभी आपके विकल्प ही न तलाशे।

मानवीय दृष्टिकोण और विनम्रता

अगर आज आपके पास कोई पद, कोई प्रतिष्ठा, कोई अच्छी शिक्षा या कोई डिग्री है, तो यह आपकी उपलब्धि है लेकिन याद रखें, कभी अपने पद और प्रतिष्ठा का अभिमान न करें, क्योंकि आपसे पहले भी आपसे बेहतर करने वाले थे और आपके बाद भी आपसे बेहतर करने वाले आएंगे। इसलिए, जो काम आपके हाथ में है उसे पूरी ज़िम्मेदारी से करें और हर व्यक्ति से मानवीय दृष्टिकोण से व्यवहार करें।

नेतृत्व का मंत्र: सभी को साथ लेकर आगे बढ़ें

अगर आप अपने ऑफिस में सीनियर हैं, तो आपकी ज़िम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। यह सिर्फ़ पद नहीं, बल्कि मार्गदर्शन का अवसर है! अगर आपके जूनियर्स आपसे कुछ सीखना चाहते हैं, तो उन्हें अपने ज्ञान और अनुभव का पूरा लाभ दें। उन्हें सिखाएं कि काम पर कैसे फोकस करें, गैर-ज़रूरी चीज़ों को कैसे छोड़ें, और अपने समय का बेहतरीन प्रबंधन कैसे करें। अपने जूनियर्स को ज़्यादा से ज़्यादा काम सिखाएं और उनके काम में आने वाली परेशानियों को दूर करने में मदद करें। आपने अपनी काबिलियत से जिन कठिनाइयों के हल निकाले हैं, वे उन्हें आसानी से उपलब्ध करा दें। किसी तकनीक या अपने अनुभव से आपने काम को आसान करने के जो तरीके खोजे हैं, वह भी उन्हें सिखाएं। याद रखें, सभी को साथ लेकर आगे बढ़ें। जब वे सब आगे बढ़ेंगे, तो आप स्वतः ही आगे बढ़ते चले जाएंगे!

अपनी प्राथमिकता पहचानें, अपनी पहचान बनाएं!

आपकी नौकरी, व्यवसाय या पेशा सिर्फ़ कमाई का ज़रिया नहीं, बल्कि आपकी पहचान और सम्मान की बुनियाद है। जिसने आपको आज ये मुकाम दिया है, उसे अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता मानें। हाँ, परिवार और दोस्तों को समय देना ज़रूरी है, अपने काम इस तरह पूरा करें कि इनके साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकें। लेकिन अगर आप फ्री हैं तो सोशल मीडिया पर रिल्स चलाने या गैर-जरूरी चीजों में उलझने की जगह अपने वास्तविक काम को ओर बेहतर करके के प्रयास करें। क्योंकि आपकी असली सफलता का रहस्य उसी में छिपा है!

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