यह है सफलता की A B C D

 

हम सभी जीवन में सफल होना चाहते हैं। इसके लिए हम सपने भी देखते हैं और मेहनत भी करते हैं लेकिन इन सबके बावजूद भी कई बार हमें सफलता नहीं मिलती। अगर कुछ सामान्य बातों का ध्यान रखा जाए तो आप सफलता भी हासिल करेंगे और इसका आनंद भी ले पाएंगे। आपको बस सफलता की A B C D सीखना है। A से एबिलिटी B से ब्रेक्स C से क्रिएटिविटी और D से डिसिजन को सीखकर आप सफलता हासिल कर सकते हैं।

सफलता और असफलता में बस एक फर्क है। आप जो करना चाहते हैं आपके दिल में उस काम को करने की इच्छा रखते हैं और आप उसे करने की कोशिश करते हैं बस यह सफलता है। एक न एक दिन आप जरूर लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। दूसरी ओर आप कुछ करना चाहते हैं इच्छा भी है लेकिन कभी करने का डिसिजन नहीं ले पाए बस यही असफलता है। अगर आप अपनी योग्यता के अनुसार मिल रहे अवसरों को भुनाएंगे और रचनात्मकता के साथ उस काम को करेंगे। सही समय पर निर्णय लेंगे तो सफलता तय है।

A से एबिलिटी यानी योग्यता

सबसे पहले एबिलिटी यानी अपनी योग्यता को पहचानें, यह देखें कि आपके अंदर का कौन सा टेलेंट है। इस टेलेंट के अनुसार आप कौन सी नौकरी पूरी क्षमता से कर सकते हैं या कौन सा व्यापार पूरे सामर्थ्य से कर सकते हैं। किसी की देखादेखी या भेड़चाल चलने की जगह अपने टेलेंट और इंट्रेस्ट के अनुसार काम करें।

B से ब्रेक्स यानी अवसर

आपने अक्सर सुना होगा कि किसी मैच में उस बल्लेबाज को ब्रेक मिला और उसने सफलता हासिल कर ली या किसी स्टार को फिल्म में पहला ब्रेक मिला और वह टि हो गया। हमारी जिंदगी भी हमें कई बार ऐसे ब्रेक यानी अवसर देती है जिन्हें हमें भुनाना है। हमें बस यह याद रखना है कि हमारी योग्यता के अनुरूप मिलने वाला ब्रेक हमारे लिए बेस्ट है।

C से क्रिएटिविटी यानी रचनात्मकता

अक्सर देखने में आता है कि एक ही काम करने वाले दो लोगों में एक व्यक्ति बहुत आगे निकल जाता है लेकिन दूसरा वहीं रह जाता है क्यों, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पहला व्यक्ति अपने काम को अलग ढंग से करता है। किसी भी काम को अलग ढंग से करना यानी क्रिएटिविटी। लगतार सवाल पूछकर, ऑब्जरवेशन कर, नए अनुभव लेकर आप भी अपनी क्रिएटिविटी बढ़ा सकते हैं।

D से डिसिजन यानी निर्णय

आपमें किसी काम को करने की कितनी ही योग्यता हो लेकिन अगर आप समय और परिस्थिति के अनुसार निर्णय नहीं ले सकते तो वह योग्यता आपको कभी कामयाब नहीं बनाएगी। निर्णय लेने का सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत यह है कि निर्णय लेने से पहले खूब सोचें सलाह लें और विचार करें लेकिन एक बार निर्णय लेने के बाद कभी पीछे न हटें।

टिप्पणियाँ

  1. सहज और सरल शब्दों में नए छात्रों के लिए बहुत उपयोगी लेख है। उत्साहवर्धन के लिए आपका धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏

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