जिंदगी का आभार मानिए, उसने आपको बहुत कुछ दिया है

 

 

हम रोज नई चुनौतियों के साथ आगे बढ़ रहे हैं, जब स्‍कूल में होते हैं तो बेहतर कॉलेज की चुनौती, जब कॉलेज में होते हैं तो अच्‍छे ग्रेड के साथ डिग्री की चुनौती, डिग्री मिल जाए तो बड़ी कंपनी में नौकरी, नौकरी मिल जाए तो प्रमोशन, फिर सैलरी, फिर ऑफिस पॉलिटिक्‍स, फिर कंपनी स्‍वीच करने की इच्‍छा, फिर अपने दोस्‍तों के करियर में अधिक ग्रोथ से अपनी तुलना और कभी अपने रिश्‍तेदारों-पड़ोसियों की लग्‍जरी लाइफ से अपना कंपेरिजन। यह हम सबकी लाइफ में होता है लेकिन इन सबके बीच हम अपने जीवन में उन महत्‍वपूर्ण चीजों को भूला देते हैं जो हमारे पास हैं। अच्‍छी हेल्‍थ, अच्‍छा परिवार, अच्‍छी रिलेशनशिप इन सबकी हमें वैल्‍यू नहीं होती जब तक यह हमारे पास होते हैं लेकिन करियर की भागदौड़ में जब यह चीजें दूर चली जाती हैं तब हमें जाकर इनकी वैल्‍यू पता चलती है लेकिन कई बार यह पता चलते-चलते काफी देर हो जाती है, इसलिए जरा ठहरिए… जिंदगी का आभार मानिए, उसने आपको बहुत कुछ दिया है। शायद इतना जिसके लिए लाखों लोग तरसते हैं।

आपने एक कहावत सुनी होगी कि दूर के ढोल सुहावने होते हैं। ऐसा ही हमारे जीवन में होता है। अगर आपको लगता है कि बहुत बड़ा वैज्ञानिक, बहुत पैसे वाला व्‍यापारी या विदेश में बड़ी जॉब करने वाला व्‍यक्ति अधिक खुश है तो यह आपकी गलतफहमी है, वास्‍तव में जीवन में खुश वही है जिसके जीवन में तरक्‍की और संतोष दोनों चीजें साथ-साथ चल रही हों। कुछ तथाकथित बुद्धिजीवियों ने हमारे जीवन के सेंट्रल पॉइंट में करियर, पैसा और पॉवर को इस ढंग से स्‍थापित कर दिया है कि हम चाह कर भी इससे बाहर सोच ही नहीं पाते। जीवन में किसी भी लक्ष्‍य को हासिल करने के बाद हम तुरंत दूसरे लक्ष्‍य की योजना में लग जाते हैं, ऐसे में पहले लक्ष्‍य तक पहुंचने पर हमें खुद को जो रिवॉर्ड देना था वह तो हमने दिया ही नहीं। अच्‍छी नौकरीकारोबारबेहतर जीवनशैली और कई संसाधनों की उपलब्‍धता के बावजूद भी हम जीवन से शिकायत करते रहते हैंअनजाने में ही लेकिन इस आदत के कारण हम जीवन के उन आनंद भरे पलों को छोड़ देते हैं, जिनसे हम खुशियां समेट सकते हैं

जीवन में आप कहीं भी, किसी भी पद पर हों या कोई भी करियर आपने चुना हो। भले आप खुश हों या चिंता में हो, आप करियर की ऊंचाई पर हों या शुरूआत कर रहे हों। आपके जीवन में 75 प्रतिशत एक जैसी रहती हैं लेकिन हम अपनी अकांक्षाओं में इतने उलझे रहते हैं कि आसपास की अच्‍छी और हमें हासिल चीजों के प्रति हमारा ध्‍यान नहीं जाता, बल्कि उन चीजों में भी हम कमियां निकालते रहते हैं। जैसे हमारे पिता को अधिक गुस्‍सा आता है, गर्लफ्रेंड मेरी केयर नहीं करती, पति मेरे हिसाब से निर्णय नहीं लेता, ऑफिस वाले मुझे सम्‍मान नहीं देते हैं…जैसे ख्‍याल हमारे मन के इर्द-गिर्द घूमते रहते हैं। अब थोड़ी देर के लिए इन्‍हीं चीजों को अलग ढंग से सोचकर देखें। जैसे मेरे पिता को कई बार गुस्‍सा आ जाता है लेकिन वे हमेशा मेरा मार्गदर्शन करते हैं, वह मुझसे दिन भर खाने-सोने का नहीं पूछती लेकिन जब भी मैं तकलीफ में होता हूं मेरी गर्लफ्रेंड हमेशा साथ खड़ी रहती है। मेरे पति मेरे हिसाब से नहीं चलते लेकिन मेरी केयर बहुत करते हैं। जब भी मुझ पर वर्क लोड बढ़ता है तो ऑफिस के लोग हर काम में मदद जरूर करते हैं। हमारे जीवन के महत्‍वपूर्ण लोगों में हो सकता है कि कुछ कमियां जरूर हों लेकिन कुछ अच्‍छाईयां भी होंगी। अगर उन अच्‍छाईयों को देखकर हम सामंजस्‍य बिठाने की कोशिश करेंगे तो लाइफ ज्‍यादा खूबसूरत हो जाएगी। 

हर चीज के लिए जताएं आभार

  • हर रोज सुबह, शाम या रात को ईश्‍वर को धन्‍यवाद दें कि उन्‍होंने आपको बहुत कुछ दिया है आपने एक बेहतर दिन की शुरूआत की या गुजारा है
  • आप कह सकते हैं धन्‍यवाद परमात्‍मा आपने मुझे अच्‍छी हेल्‍थ, अच्‍छा दिमाग अच्‍छा परिवार या अच्‍छे रिश्‍ते दिए, या जो भी प्राप्‍त है उसके लिए शुक्रिया अदा करें
  • कुछ चीजें जीवन में हमारे हाथ में नहीं होतीं, आप कुछ भी करके उन चीजों को नहीं बदल सकते, ऐसी बातों पर अफसोस करना बंद कर दें और आगे बढ़ जाएं
  •  दुर्घटना, बीमारी, ट्रांस्‍फर, परिवार में कहासूनी या ऑफिस पॉलिटिक्‍स जैसी चीजें केवल पार्ट ऑफ लाइफ हैं, यह हमेशा आती-जाती रहेंगी, इसलिए इन पर उतना ही ध्‍यान दें जितना जरूरी है।
  • एक कागज में लिखें कि आपके पास क्‍या-क्‍या है और जो है उसकी आपके जीवन में क्‍या अहमियत है, इसके प्रति जिंदगी का आभार जताएं
  • अब वह चीजें लिखें जिन्‍हें आप हासिल करना चाहते हैं, इस सूची को बनाने के बाद आप पाएंगे कि जीवन में लग्‍जरी की कुछ चीजों को छोड़ दिया जाए तो खुश रहने के लिए जरूरी संसाधन आपके पास पहले ही मौजूद हैं
  •  दोस्‍तों छोडि़ए फिक्र और थोड़ी देर के लिए अपने परिवार से संवाद करेंबड़ों के मागदर्शन से उनके अनुभव जानेंछोटों के साथ खेलकर आनंद उठाएं, उगते हुए सूर्य को देखकर या किसी पेड़ की छांव में बैठकर धन्‍यवाद दें ईश्‍वर का कि उन्‍होंने आपको एक अच्‍छा जीवन दिया है

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