अपने शौक से करो दोस्ती, आसान हो जाएगी जिंदगी

 


आज जीवन की आपाधापी में हमें रोजमर्रा के कामों को मैनेज करना मुश्किल हो जाता है। जिंदगी इतनी तेजी से भाग रही है कि नींद पूरी करो तो एक्सरसाइज छूट जाती है और एक्सरसाइज में समय दे दो तो नाश्ता छूट जाता है। इस भागदौड़ के साथ तालमेल बिठाते हुए हम अपने प्रोफेशनल काम तो पूरे कर लेते हैं लेकिन अपने शौक अपनी हॉबी को पीछे छोड़ देते हैं, जबकि हॉबी हमारी साइलेंट फ्रेंड है। इसके साथ समय बिताकर हम अपने मन को भी हल्का कर सकते हैं और अपनी प्रोफेशनल लाइफ के लिए भी रिफ्रेश हो जाते हैं। अगर आप भी ऐसा चाहते हैं तो अपने शौक से करो दोस्ती, आसान हो जाएगी जिंदगी।

हम कई बार जीवन में अकेले हो जाते हैं, अपने रूटीन कामों से थक जाते हैं। कभी मन नहीं लगता तो कभी बेवजह के ख्याल मन को घेरने लगते हैं। ऐसे में हमारे शौक हमारे साथी बनते हैं। आप अगर अपनी हॉबी को अपना प्रोफेशन बना लेते हैं तो बहुत बेहतर है लेकिन अगर आप ऐसा नहीं भी कर पाए हैं तो भी अपने शौक को जिंदा रखिये, खाना पकाइये, बागबानी कीजिये, कुछ लिखिये, नई भाषा सीखिये, संगीत सुनिये या गाना गाइये लेकिन अपनी भावनाओं को बाहर लाइये।

शौक या हॉबी एक ऐसा साईलेन्ट फ्रेंड है जो आपके अकेलेपन को दूर करता है, वहीं आपकी कला और प्रतिभा को निखारने का अवसर भी देता है। कई बार यह शौक आपको लोगों के बीच लोकप्रिय बना देता है तो कभी आपको आत्मिक आनंद की अनुभूति करा देता है, इसलिए अपने अंदर के शौक को जिंदा रखिए। अगर इसे रोज समय नहीं दे पाऐं तो सप्ताह में एक बार समय दें। अगर अपने शौक को पूरा कर आप लोगों को किसी तरह की सेवा दे सकते हैं या फिर इसे प्रचारित करके आप दूसरों को खुशी दे सकते हैं, तो यह भी जरूर करें।

 ऐसे करें शौक से दोस्ती

कई बार हम अपने शौक को तवज्जो तो देना चाहते हैं लेकिन हमें पता ही नहीं चलता कि हमारा शौक है क्या या किस चीज को हम अपनी हॉबी बनाएं।

ऐसे में उन कार्यों को ढूंढिए जिन्हें करने में आपको मजा आए और आपकी रचनात्मकता को भी दिशा मिल सके।

मेडिटेशन, खेल, संगीत, किताबें पढ़ना, भाषाएं सीखना, माइंड गेम या खाना पकाना और बागवानी जैसे किसी भी शौक को आप अपनी जिंदगी में जोड़ सकते हैं जो आपको आनंद की अनुभूति कराता हो।

कोशिश करें कि अपने शौक के साथ नए प्रयोग करते रहें। हॉबी में नई बातों को जोड़ते रहें और दूसरों को इसके माध्यम से कैसे खुशी दे सकते हैं। इसका भी प्रयास करते रहें।

अगर आप युवा हैं और कैरियर की योजना बना रहे हैं तो अपने शौक अपनी हॉबी को प्रोफेशन की दिशा में ले जा सकते हैं, जहां आपका शौक आपको कामयाबी भी दिला देगा।

उदाहरण के लिए मोबाइल चलाने में अगर आपको मजा आता है तो ऑनलाइन मार्केटिंग, सोशल मीडिया प्रमोशन जैसे कई करियर आपको सफलता दिला सकते हैं।

अगर आप रिटायर्ड हैं या बुजुर्ग हैं तो आप बागवानी, लेखन, योग और संगीत जैसे शौक को आगे बढ़ाकर सेकंड इनिंग खेल सकते हैं।

अगर आप हाउसवाइफ हैं तो सिर्फ सिलाई, कढ़ाई, बुनाई ही नहीं मोबाइल मार्केटिंग, ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग, जुंबा और लेखन जैसे अपनी रुचि के कार्यों को आप शौक ही नहीं साइड बिजनेस भी बना सकती हैं।

हॉबी में रचनात्मकता जरूरी है। अगर खेती आपका शौक है तो जैविक खेती को अपनाएं, अगर गार्डनिंग आपका शौक है तो पौधों में नई-नई बडिंग करें, अगर खेल आपका शौक है तो उसमें नए आयामों को जोड़ें और अगर खाना पकाना आपका शौक तो अपनी कला से लोगों को उंगलियां चाटने पर मजबूर कर दें।

हमेशा याद रखिए हॉबी याने टाइम पास नहीं हॉबी याने पैशन, जिस काम को करने में अलग ही आनंद आए वही आपकी हॉबी है।

तो फिर खुद से वादा कीजिए कि अपने शौक को जिंदा रखेंगे और उससे दोस्ती करके उसे नए आयाम तक ले जाएंगे।

टिप्पणियाँ

  1. सुंदर एवम् अनुकरणीय बात 👌👍

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  2. क्या बात है सुमित जी नमस्कार एक तो यह कहना चाहूंगा कहीं ना कहीं आप भी बहुत ही बिजी रहते हैं जो कि आपका जो शेड्यूल है फिर भी आपने इस ब्लॉग को लिखा बहुत ही सुंदर शब्दों की बातें और भी जीवन में आपने जो ध्यान आकर्षित किया है आज उसे पढ़कर जानकर बहुत अच्छा लगा क्योंकि आपका ब्लॉक कल शाम को मिला जिसे आज मैंने खोला बहुत-बहुत आभार धन्यवाद इसी तरह मार्गदर्शन करते रहें👌💐🙏🙏

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  3. मै गोपाल सिंह ,,,,आप के सारे लेख पढ़ता हूँ

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